Dil Toda To Kyu Toda Lyrics

Dil Toda To Kyu Toda Song is sung by Vishal Mishra with music composed by Vishal Mishra and lyrics written by Manoj Muntashir. The song features Urvashi Rautela & Mohsin Khan.

Dil Toda To Kyu Toda Lyrics in English

Song Name: Woh Chand Kaha Se laogi

Dil Toda Toh Kyu Toda
Itna To Bata Deti
Koi Bahaana Kar Leti
Koyi Toh Wajah Deti

Dil Toda To Kyun Toda
Itna Toh Bata Deti
Koi Bahaana Kar Leti
Koyi Toh Wajah Deti

Jab Yaad Tumhe Main Aaunga
Raaton Mein Bahot Ghabraogi

Kya Cheez Gawa Di Hai Tumne
Ye Soch Ke So Na Paogi
Kya Cheej Gawaa Di Hai Tumne
Ye Soch Ke So Na Paogi

Jo Chaand Tumhara Mera Tha
Woh Chand Kahan Se Laogi
Kya Cheez Gawa Di Hai Tumne
Ye Soch Ke So Na Paogi
_#2
Kya Kya Baate Karti Thi
Baahon Me Kho Ke
Tum Jo Bichhde
Mar Jaungi Main Ro Ro Ke

Auron Se Tum
Dohraati Ho Jab Ye Baate
Yaad Aati Hain
Kya Mere Sang Gujri Raatein

Dekhne Wale Tumhein To
Honge Laakho Mein
Mere Jaisa Pyar Hoga
Kiski Aankhon Mein
Chaahe Jitni Koshish Karlo
Kisi Aur Ki Ho Na Paogi

Kya Cheez Gawa Di Hai Tumne
Ye Soch Ke So Na Paogi
Kya Cheez Gawa Di Hai Tumne
Ye Soch Ke So Naa Paaogi

Jo Chand Tumhara Mera Tha
Wo Chand Kahan Se Laogi
Kya Cheez Gawa Di Hai Tumne
Ye Soch Ke So Na Paogi

Aasmaan Tera Roshni Ko Taras Jayega
Chaand Ye Laut Kar Ab Na Aayega

Jo Chand Tumhara Mera Tha
Woh Chand Kahan Se Laogi
Kya Cheez Gawa Di Hai Tumne
Yeh Soch Ke So Na Paogi

Barishon Mein Chhup Ke
Jitna Roya Hu Main
Tumko Bhi Utna Kabhi Rona Padega
Sirf Mera Tootana Kaafi Nahi Hai
Tumko Bhi Toh Muntashir Hona Padega

Music Video

Dil Toda To Kyu Toda Lyrics in Hindi

दिल तोड़ा तो क्यूँ तोड़ा
इतना तो बता देती
कोई बहाना कर लेती
कोई तो वजह देती

दिल तोड़ा तो क्यूँ तोड़ा
इतना तो बता देती
कोई बहाना कर लेती
कोई तो वजह देती

जब याद तुम्हें मैं अवँगा
रातों में बहोट घबरावगी

क्या चीज़ गावा दी है तुमने
ये सोच के सो ना पावगी
क्या चीज़ गावा दी है तुमने
ये सोच के सो ना पावगी

जो चाँद तुम्हारा मेरा था
वो चाँद कहाँ से लाओगी
क्या चीज़ गावा दी है तुमने
यह सोच के सो ना पावगी

क्या क्या बातें करती थी
बाहों में खो के
तुम जो बिचदे
मार जौंगी मैं रो रो के

औरों से तुम
दोहराती हो जब ये बातें
याद आती हैं
क्या मेरे संग गुज़री रातें

देखने वेल तुम्हें तो
होंगे लखो में
मेरे जैसा प्यार होगा
किसकी आँखों में

चाहे जितनी कोशिश कार्लो
किसी और की हो ना पावगी

क्या चीज़ गावा दी है तुमने
ये सोच के सो ना पावगी
क्या चीज़ गावा दी है तुमने
ये सोच के सो ना पावगी

जो चाँद तुम्हारा मेरा था
वो चाँद कहाँ से लाओगी
क्या चीज़ गावा दी है तुमने
ये सोच के सो ना पावगी

आसमान तेरा रोशनी को तरस जाएगा
चाँद ये लौट कर अब ना आएगा

जो चाँद तुम्हारा मेरा था
वो चाँद कहाँ से लाओगी
क्या चीज़ गावा दी है तुमने
यह सोच के सो ना पावगी

बारीशों में च्छूप के
जितना रोया हू मैं
तुमको भी उतना कभी रोना पड़ेगा
सिर्फ़ मेरा टूटना काफ़ी नही है
तुमको भी तो मुंताशीर होना पड़ेगा

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