Itna Toh Bata Mausamon Ki Tarah Lyrics
Itna Toh Bata Mausamon Ki Tarah Song is sung by Neeti Mohan with music composed by Himesh Reshammiya and lyrics written by Mayur Puri. The song features Jacqueline Fernandez.
Itna Toh Bata Mausamon Ki Tarah Lyrics in English
Song Name: Tu Hi Tu (Reprise)
Movie: Kick
Tu hi tu har jagah, aaj kal kyun hai
Tu hi tu har jagah, aaj kal kyun hai
Raastey har dafa, sirf tera pata
Mujhse pooche bhala kyun hai
Ek pal pyaar ka zindagi se bada
Aisa mere Khuda kyun hai (x2)
Wo.. oo.. ho..
Wo.. oo.. ho..
Wo.. oo.. ho..
Soona soona mann ka hai konaa
Soona soona tere bin hona hai har kahin par
Tu hai tu nhi hai par
Tu hai o bekhabar
Tu hai har mod par
Ittna toh bata mausamo ki tarah
Tu badalta gaya kyun hai
Wo.. oo.. ho..
Wo.. oo.. ho..
Wo.. oo.. ho..
Tu hi tu har jagah, aaj kal kyun hai
Tu hi tu har jagah, aaj kal kyun hai
Raastey har dafa, sirf tera pata
Mujhse pooche bhala kyun hai
Teri meri baki hai kahaani
Teri meri aadhi hai kahaani
Aa gayi wo mod par
Tu gaya jo chhod kar
Mere dil ko tod kar, kya mil gaya
Pas ho to bura, door ho toh bura
Aisa mere Khuda kyun hai
Wo.. oo.. ho..
Wo.. oo.. ho..
Wo.. oo.. ho..
Tu hi tu har jagah, aaj kal kyun hai
Tu hi tu har jagah, aaj kal kyun hai
Raastey har dafa, sirf tera pata
Mujhse pooche bhala kyun hai
Ek pal pyaar ka zindagi se bada
Aisa mere Khuda kyun hai
Music Video
Itna Toh Bata Mausamon Ki Tarah Lyrics in Hindi
तू ही तू हर जगह आजकल क्यूँ है
रास्ते हर दफ़ा, सिर्फ़ तेरा पता
मुझसे पूछे भला क्यूँ है
एक पल प्यार का ज़िन्दगी से बड़ा
ऐसा मेरे खुदा क्यूँ है
तू ही तू हर जगह…
सूना-सूना मन का है कोना
सूना-सूना तेरे बिन होना
हर कहीं पर तू है, तू नहीं पर तू है
ओ बेखबर, तू है हर मोड़ पर
इतना तो बता, मौसमों की तरह
तू बदलता गया क्यूँ है
तू ही तू हर जगह…
तेरी-मेरी बाकी है कहानी
तेरी-मेरी आधी है कहानी
आ गई वो मोड़ पर, तू गया जो छोड़ कर
मेरे दिल को तोड़ कर, क्या मिल गया
पास हो तो बुरा, दूर हो तो बुरा
ऐसा मेरे खुदा क्यूँ है
तू ही तू हर जगह…
मोहम्मद इरफ़ान, सलमान खान
तू ही तू हर जगह आजकल क्यूँ है
रास्ते हर दफ़ा, सिर्फ़ तेरा पता
मुझसे पूछे भला क्यूँ है
ना मैं अपना रहा, ना किसी और का
ऐसा मेरे खुदा क्यूँ है
तू ही तू हर जगह…
धीमी-धीमी आँच पे जैसे
धीरे-धीरे जलता है दिल
ये बेक़रारी क्यूँ है, ये खुमारी क्यूँ है
आवारगी क्यूँ है, हर मोड़ पर
ना मैं अपना रहा…
हुआ नहीं पहले कभी ये
छुआ नहीं दिल को किसी ने
हर आरज़ू तू ही, चैन-ओ-सुकूँ तू ही
मैं तो कहूँ तू ही है ज़िन्दगी
ना मैं अपना रहा…